Rajasthan
राजस्थान का नाम सुनकर आपके दिमाग में जो पहली छवि बनती हैं वो हैं की सूंदर महल सूंदर हवेलिया बहुत कुछ खूबसूरत चीज़े है जो की राजस्थान को राजस्थान बनती वह की कला और संस्कृति। जिसको देखने लिए हर साल लाखो की संख्या में सैलानी यहाँ आते हैं। कई लोगो को राजस्थान का मतलब हैं राजाओ का स्थान।इसका पुराना नाम राजपुताना था जो की बदलकर राजस्थान केर दिया गया। कई लोगो को लगता हैं की सिर्फ ये रेगिस्तान हैं लेकिन ये उससे बढ़कर कई चीज़े आपको को मिलेगी यहाँ झीले हैं ,हरियाली भी हैं और हिल स्टेशन भी हैं।इतिहास :राजस्थान एक राजपूत रियासतों वाला राज्य था। जिसमे कई अलग -२ रियासते थी। आजादी के बाद 1949 में सभी रियासतों का विलय एक राज्य में किया गया और राजस्थान बना। ब्रटिश राज में इससे राजपुताना कहा जाता था। आजादी बाद से राजस्थान कहलाने लगा। इसकी राजधानी जयपुर हैं। और इसके मुख्य शहर जोधपुर ,उदयपुर ,बीकानेर और अजमेर और कोटा हैं।
राजस्थान में देखने के लिए बहुत कुछ हैं महल ,किले ,हवेलिया ,यहाँ नेशनल पार्क भी हैं बहुत लोगो को जयपुर के आमेर फोर्ट ,जलमहल ,जंतर मंतर ,सिटी पैलेस ,उदयपुर के सिटी प्लेस और जोधपुर ,बीकानेर ,जैसलमेर के मुख्य महल देखे होंगे परन्तु राजस्थान इनके अलावा भी बहुत कुछ हैं बहुत से महल और जगह ऐसे हैं जो की अनदेखी हैं। बहुत काम लोग यहाँ जाते हैं। ऐसे कुछ सूंदर महलो और जगहो के बारे में इस पोस्ट में हम आपको बतायंगे।
कुम्भलगढ़ फोर्ट :कुम्भलगढ़ उदयपुर के पास राजसमंद में हैं ये राणा कुम्भा दवारा 15 वी सदी में बनवाया गया था ये महाराणा प्रताप का जनम स्थान भी हैं। ये एक वर्ल्ड heritage साइट हैं। ये बहुत बड़ा फोर्ट हैं इसकी दिवार बहुत दूर तक फैली हुई हैं। ग्रेट वाल ऑफ़ चाइना के बाद ये सबसे लम्बी दिवार हैं ऐसा मन जाता हैं।
कुचामन सिटी :कुचामन सिटी के बारे में बहुत काम लोगो ने सुना होगा ये नागौर जिले में हैं यहाँ पर हवेलिया हैं
कुचामन फोर्ट :कुचामन फोर्ट जो की अब heritage होटल बना दिया गया हैं बहुत सूंदर महल हैं इस महल में इनले वर्क ,सेमि प्रिशियस वर्क ,गोल्ड वर्क और मिरर वर्क किया हुआ हैं जो की कला का अढ्भुत नमूना हैं।
मीरा महल :कुचामन में मीरा महल भी हैं जहा miniature पेंटिंग हैं मीराबाई की कृष्ण भक्ति करते हुए।
इनके अलावा भी यहाँ और बहुत कुछ जल महल , सभा -प्रकाश , लोक देवता का मंदिर , चाइना पोल हैं हैं जो की Chinese आर्टिस्ट द्वारा पेंट की गयी हुई इससमे उनके ट्रेवल experience एक अलग तरीके में दिखाया गया हैं ,इसके अलावा यहाँ गणेश डूंगरी मंदिर और शाकम्भरी हिल भी हैं शाकम्भरी माता मंदिर हैं।
कुचामन फोर्ट :कुचामन फोर्ट जो की अब heritage होटल बना दिया गया हैं बहुत सूंदर महल हैं इस महल में इनले वर्क ,सेमि प्रिशियस वर्क ,गोल्ड वर्क और मिरर वर्क किया हुआ हैं जो की कला का अढ्भुत नमूना हैं।
मीरा महल :कुचामन में मीरा महल भी हैं जहा miniature पेंटिंग हैं मीराबाई की कृष्ण भक्ति करते हुए।
इनके अलावा भी यहाँ और बहुत कुछ जल महल , सभा -प्रकाश , लोक देवता का मंदिर , चाइना पोल हैं हैं जो की Chinese आर्टिस्ट द्वारा पेंट की गयी हुई इससमे उनके ट्रेवल experience एक अलग तरीके में दिखाया गया हैं ,इसके अलावा यहाँ गणेश डूंगरी मंदिर और शाकम्भरी हिल भी हैं शाकम्भरी माता मंदिर हैं।
Photo Credit:tripoto
बूंदी :बूंदी राजस्थान हाड़ोती में हैं ये कोटा से 35 km हैं और जयपुर से 210 km ये तीन तरफ से अरावली पहाड़ियों से घिरा हैं। यहाँ कई स्थान देखने लायक हैं जैसे की तारागढ़ फोर्ट ये बहुत ही सूंदर और पहाड़ी के अंदर बना हुआ हैं इस महल पूरा बूंदी दीखता हैं ये उस समय युद्ध नजर रखने के लिए बनवाया हुआ था इससमे पानी के तीन टैंक हैं जो कभी नहीं सूखते थे।इसके अलावा बूंदी में बूंदी पैलेस हैं जो की तारागढ़ के पास ही हैं। इसमें चित्रशाला नाम की सूंदर चित्रों का गलियारा हैं।
बूंदी में बावडिया भी यहाँ की एक बड़ी बावड़ी हैं जो की रानीजी की बावड़ी कहलाती हैं ये 46 मीटर गहरी हैं। इनके अलावा यहाँ नवल सागर हैं धाभाई कुंड हैं। सुख महल हैं ,केसर भाग और फूल सागर और जैत सागर लेक हैं। बूंदी में आपको देखने लिए बहुत दर्शनीय स्थल मिल जायँगे।
राजस्थान का दूसरा जिसमे बाकि बचे हुए जगह के बारे बतायेँगे
pic क्रेडिट :Rajasthan tourism
बूंदी में बावडिया भी यहाँ की एक बड़ी बावड़ी हैं जो की रानीजी की बावड़ी कहलाती हैं ये 46 मीटर गहरी हैं। इनके अलावा यहाँ नवल सागर हैं धाभाई कुंड हैं। सुख महल हैं ,केसर भाग और फूल सागर और जैत सागर लेक हैं। बूंदी में आपको देखने लिए बहुत दर्शनीय स्थल मिल जायँगे।
राजस्थान का दूसरा जिसमे बाकि बचे हुए जगह के बारे बतायेँगे
डूंगरपुर: डूंगरपुर पश्चिम राजस्थान में पड़ता हैं। डूंगरपुर राजस्थान का एक जिला हैं बहुत से दर्शनीय स्थलों से भरा हुआ हैं यहाँ कई मंदिर और सूंदर हवेलिया हैं।
- देव सोमनाथ मंदिर
- उदय विलास पैलेस
- सोम कमला अम्बा धाम
- श्री जेथोलेश्वार मंदिर
- पुनाली हनुमान मंदिर
- जूना महल
- श्रीनाथजी का मंदिर
- गोवेर्मेंट अर्चेओलॉजिकल म्यूजियम
- श्री आदिनाथ जैन श्वेताम्बर मंदिर
- बेणेश्वर धाम
- रोकड़िआ गणेश मंदिर
- सारणेश्वर मंदिर
- गैप सागर लेक
- नया महादेव का मंदिर
- रघुनाथ जी का मंदिर
- श्रीनगरिया दादा मंदिर
- पंचमुखी हनुमान मंदिर
नागौर: नागौर में बहुत से मंदिर और दर्शनीय स्थल हैं जिसे मेड़ता सिटी का मीरबाई मंदिर। कुचामन में बहुत से दर्शनीय स्थल हैं यहाँ बहुत से मंदिर हैं। और कई सूंदर हेरिटेज होटल भी हैं। यहाँ भी पशु मेला लगता हैं जो की बहुत बड़ा मेला होता हैं जिसमे 1 -2 लाख लोग आते हैं जो की राजस्थान के अलावा पंजाब,हरियाणा और उतर प्रदेश से भी आते हैं।
pic क्रेडिट :Rajasthan tourism
मंडावा मंडावा राजस्थान के झुंझुन जिले में हैं और ये अपनी हवेलियों के लिए प्रसिद हैं। ये एक बहुत सी सूंदर जगह हैं जहा आपको एक बार जरूर जाना चहिये। मंडावा हवेलियों पर अपनी सूंदर चित्रकला के लिए प्रसिद हैं।
मंडावा फोर्ट : मण्डावा फोर्ट 18 सदी में बना था यहाँ पर श्री कृष्ण भगवान की सूंदर चित्र बने हुए हैं। और बहुत ही सूंदर मिरर वर्क किया हुआ जो की बहुत सूंदर लगता हैं और आपको आपके अति सूंदर इतिहास और उसकी कला के बारे में गर्व महसूस करवाने का मौका देता हैं।
आप अगर मंडावा की गलियों में घूमेंगे तो आपको ऐसा महसूस होगा की आप किसे आर्ट गैलरी में हैं क्युकी यहाँ की हवेलियों पे बहुत ही सूंदर चित्रकारी की हुई हैं और इतने ही सूंदर तरीके से उन्हें बनाया गया की आपके से सिर्फ wow ही निकलेगा। यहाँ कई हवेलिया हैं जो की 100 साल से भी जयादा पुरानी हैं कईको heritage होटल में बदल दिया गया हैं। यहाँ कई सूंदर हवेलिया हैं जो बरसो पुरानी हैं जिनमे मुख्य हैं

मंडावा फोर्ट : मण्डावा फोर्ट 18 सदी में बना था यहाँ पर श्री कृष्ण भगवान की सूंदर चित्र बने हुए हैं। और बहुत ही सूंदर मिरर वर्क किया हुआ जो की बहुत सूंदर लगता हैं और आपको आपके अति सूंदर इतिहास और उसकी कला के बारे में गर्व महसूस करवाने का मौका देता हैं।
आप अगर मंडावा की गलियों में घूमेंगे तो आपको ऐसा महसूस होगा की आप किसे आर्ट गैलरी में हैं क्युकी यहाँ की हवेलियों पे बहुत ही सूंदर चित्रकारी की हुई हैं और इतने ही सूंदर तरीके से उन्हें बनाया गया की आपके से सिर्फ wow ही निकलेगा। यहाँ कई हवेलिया हैं जो की 100 साल से भी जयादा पुरानी हैं कईको heritage होटल में बदल दिया गया हैं। यहाँ कई सूंदर हवेलिया हैं जो बरसो पुरानी हैं जिनमे मुख्य हैं
- सेवाराम सराफ हवेली
- रामप्रताप नेमानी हवेली
- हनुमान प्रसाद गोयनका हवेली
- गोयनका डबल हवेली
- murmuria haveli
- मोहनलाल सराफ हवेली
- झुंझुनवाला हवेली
- Gulab Rai Ladia Haveli
- Aakharam ka Haveli
Khichman बर्ड सेंचुरी
खिचन राजस्थान का एक गांव जो की जोधपुर जिले में हैं। यहाँ बहुत से प्रवासी पक्षी आपको देखने को मिल जायँगे। इन्हे राजस्थान कुरंजा भी कहा जाता हैं। यहाँ के लोगो के की वजह से आज यह एक पक्षी अभ्यारण हैं।
Jawai बांध
जवाई बांध पाली जिले में हैं यहाँ जवाई नदी हैं जिस पर ये बांध बनाया गया हैं। यहाँ पैर क्रोकोडाइल sanctuary हैं और यहाँ कई प्रवासी पक्षी देखे जा सकते हैं यहाँ पास ही लेपर्ड sanctuary भी हैं। इसके आस-पास आपको रिसोर्ट भी मिल जाएंगे। ये एक बहुत ही सूंदर और हरा-भरा इलाका हैं।
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