baisa ro padlo

राजपूतो में लड़कियों को बाईसा कहा जाता हैं ,बाईसा की शादियों में क्या-२ जरूरी होता हैं और बाईसा क्या-२ पहनती हैं ,वैसे बहुत सारी  चीज़े होती हैं किन्तु शादी की दिन उनके सिंगार में क्या-२ काश होता हैं  उनके ससुराल के तरफ से जो सामान आता हैं उससे पड़ला कहते हैं वैसे तो  पडले म बहुत कुछ होता हैं तरह-२ पोशाक चूडा -बरी और मिठयाईया ,सूखे मेवे ,फल और बहुत कुछ।  दुल्हन के लिए क्या काश आता हैं उसका कुछ अंश यहाँ दे रहे हैं


बरी 
 
बरी -राजपूती दुल्हन की सबसे काश चीज़ उस दिन पहनी जाने वाली बरी होती हैं जो की ससुराल वालो की तरफ से लायी जाती हैं।बरी सामान्यत लाल होती हैं।  कई  लोग रानी और ऑरेंज और केसरिया भी बनवाते हैं ये बहुत ही सूंदर होती की दुल्हन के रूप पैर चार चाँद लगा देती हैं इतना ही सूंदर इस पर किया हुआ काम होता हैं.बरी के अलावा भी बहुत सूंदर -२ पोशाकें दुल्हन के लिए आते हैं जो अलग रंग की होती हैं. 

aad -
आड़ बहुत सूंदर नेकलेस होता हैं जो की ससुराल वालो की तरफ से दिया जाताहैं 
चूडा 
चुड़ा भी ससुराल की तरफ से ही लाया जाता हैं ये सफ़ेद कलर का बहुत सूंदर डालवा होता हैं और ये बाईसा के रूप म चार चाँद लगा देता हैं. नजर न लगे इस्सलिये इस पर काला धागा बांधा जाता और शुगुन और रेती रिवाज के अनुसार पहनया जाता हैं 

बिनोटा -ये भी ससुराल की तरफ आता हैं और ये और बरी के मैचिंग ही होता हैं  बिनोटे के लिए माना जाता हैं ये जितने जल्दी टूटते हैं उतना ही शुभ होता हैं 
सिंगार दानी -ये बाईसा के सौराल से आने वाला एक गिफ्ट होता हैं जिसमे सोला -सिंगार का सम्मान होता हैं इसमें मेकअप का सामान होता हैं। 

लच्छा -

लच्छा बालो में पहना जाता हैं जब दुल्हन कोई विदा किया जाता तब इस से छोटी गूथ कर विदा किया  जाता हैं किन्तु आजकल  बाईसा ये रश्म फैशन के लिए और अपने लुक के लिए नहीं निभाती हैं. 

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